जनाज़े अपने हिस्से में उधर बारात
का मौसम
रहेगा कितने दिन इस बेतुकी सी बात का मौसम
दिये की एक मद्धम लौ के आगे थरथराता है
ये आंधी का ये अंधड़ का ये झंझावात का मौसम
रहेगा कितने दिन इस बेतुकी सी बात का मौसम
दिये की एक मद्धम लौ के आगे थरथराता है
ये आंधी का ये अंधड़ का ये झंझावात का मौसम
जिन्हें मदहोश कर देती हैं सावन
की फुहारें वे
टपकती छत के नीचे देख लें बरसात का मौसम
टपकती छत के नीचे देख लें बरसात का मौसम
सुबह कब आयेगी जब आयेगी तब आयेगी साहब
अभी तक तो नज़र में है मुसलसल रात का मौसम
अभी तक तो नज़र में है मुसलसल रात का मौसम
खुदाबंदो छुपोगे किन गुफाओं में जब आयेगा
हमारी जीत का मौसम तुम्हारी मात का मौसम
हमारी जीत का मौसम तुम्हारी मात का मौसम