जिस्म और जान बिक चुके होंगे।
दीन ओ ईमान बिक चुके होंगे।
इन दिनों मण्डियों में रौनक है;
खेत खलिहान बिक चुके होंगे।
मन्दिरों मस्जिदों के सौदे में
राम ओ रहमान बिक चुके होंगे।
कँस बेख़ौफ़ घूमता है अब ,
क्रष्ण भगवान बिक चुके होंगे।
ताजिरों का निज़ाम है; इसमें
सारे इन्सान बिक चुके होंगे।
दीन ओ ईमान बिक चुके होंगे।
इन दिनों मण्डियों में रौनक है;
खेत खलिहान बिक चुके होंगे।
मन्दिरों मस्जिदों के सौदे में
राम ओ रहमान बिक चुके होंगे।
कँस बेख़ौफ़ घूमता है अब ,
क्रष्ण भगवान बिक चुके होंगे।
ताजिरों का निज़ाम है; इसमें
सारे इन्सान बिक चुके होंगे।
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